सेंसेक्स 610 अंक गिरा, निफ्टी 19,550 के करीब | Sensex, Nifty Tank on Global Growth Worries: IT, FMCG Stocks Suffer Most

भारतीय शेयर बाजारों में गुरुवार, 28 सितंबर, 2023 को तेज बिकवाली देखी गई, जिसमें बेंचमार्क सेंसेक्स सूचकांक 600 अंक से अधिक और निफ्टी 50 सूचकांक लगभग 200 अंक गिर गया। बिकवाली का नेतृत्व आईटी और एफएमसीजी शेयरों ने किया, जो औसतन 2% से अधिक नीचे थे।

Sensex, Nifty Tank on Global Growth Worries: IT, FMCG Stocks Suffer Most
Sensex, Nifty Tank on Global Growth Worries: IT, FMCG Stocks Suffer Most

सेंसेक्स सूचकांक 610.37 अंक या 0.92% की गिरावट के साथ 65,508.32 पर दिन का अंत हुआ। निफ्टी 50 इंडेक्स 193.00 अंक या 0.98% की गिरावट के साथ 19,523.50 पर बंद हुआ।

क्षेत्रीय सूचकांकों में, निफ्टी आईटी सूचकांक 2.28% की गिरावट के साथ शीर्ष पर रहा। निफ्टी एफएमसीजी सूचकांक 2.24% की गिरावट के साथ दूसरा सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला सूचकांक था। लाल रंग में समाप्त होने वाले अन्य क्षेत्रीय सूचकांकों में निफ्टी बैंक इंडेक्स (-1.57%), निफ्टी मेटल इंडेक्स (-1.52%) और निफ्टी ऑटो इंडेक्स (-1.21%) शामिल हैं।

हरे रंग में समाप्त होने वाला एकमात्र सेक्टोरल इंडेक्स निफ्टी फार्मा इंडेक्स था, जो 0.35% ऊपर था।

बिकवाली के कारण (Reasons for the sell-off)

गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली में कई कारकों का योगदान रहा।

  • वैश्विक आर्थिक विकास संबंधी चिंताएँ: निवेशक अमेरिका और अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में संभावित मंदी के बारे में चिंतित हैं, क्योंकि दुनिया भर के केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति से निपटने के लिए ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं।
  • बढ़ती ब्याज दरें: ऊंची ब्याज दरें व्यवसायों के लिए पैसा उधार लेना और निवेश करना अधिक महंगा बना देती हैं, जिससे आर्थिक विकास धीमा हो सकता है।
  • भूराजनीतिक तनाव: यूक्रेन में चल रहे युद्ध और अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव का भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ रहा है।
  • एफआईआई की बिक्री: वैश्विक आर्थिक विकास संबंधी चिंताओं और बढ़ती ब्याज दरों के बीच विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) हाल के सप्ताहों में भारतीय इक्विटी के शुद्ध विक्रेता रहे हैं।

जिन शेयरों पर सबसे ज्यादा मार पड़ी (Stocks that were hit the hardest)

गुरुवार को हुई बिकवाली में जिन शेयरों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा, उनमें शामिल हैं:

  • आईटी स्टॉक: इंफोसिस (-2.9%), टीसीएस (-2.8%), एचसीएल टेक्नोलॉजीज (-3.1%), और विप्रो (-3.2%)।
  • एफएमसीजी स्टॉक: हिंदुस्तान यूनिलीवर (-2.6%), आईटीसी (-2.5%), और नेस्ले इंडिया (-2.4%)।
  • बैंक स्टॉक: एचडीएफसी बैंक (-1.9%), आईसीआईसीआई बैंक (-1.8%), और भारतीय स्टेट बैंक (-1.7%)।
  • धातु स्टॉक: टाटा स्टील (-1.9%), जेएसडब्ल्यू स्टील (-1.8%), और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (-1.7%)।
  • ऑटो स्टॉक: मारुति सुजुकी (-1.6%), टाटा मोटर्स (-1.5%), और बजाज ऑटो (-1.4%)।

बाज़ार के लिए आउटलुक (Outlook for the market)

निकट अवधि में भारतीय शेयर बाजार का परिदृश्य अनिश्चित बना हुआ है, क्योंकि निवेशक वैश्विक आर्थिक विकास संबंधी चिंताओं और बढ़ती ब्याज दरों से जूझ रहे हैं। हालाँकि, चुनिंदा क्षेत्रों और शेयरों में कुछ अवसर मिल सकते हैं।

उदाहरण के लिए, निफ्टी फार्मा सूचकांक हाल के सप्ताहों में अपेक्षाकृत लचीला रहा है, और कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह क्षेत्र निकट अवधि में बेहतर प्रदर्शन जारी रख सकता है। इसके अतिरिक्त, कुछ आईटी स्टॉक, जैसे इंफोसिस और टीसीएस, आकर्षक मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे हैं, और निवेशकों को अच्छा मूल्य प्रदान कर सकते हैं।

कुल मिलाकर, निवेशकों को निकट अवधि में सतर्क रहना चाहिए, लेकिन चुनिंदा क्षेत्रों और शेयरों में अवसरों पर भी नजर रखनी चाहिए।

मौजूदा बाजार माहौल में निवेशकों के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  • लंबी अवधि के लिए निवेश करें: अगर बाजार में छोटी अवधि में गिरावट आती है तो घबराएं नहीं और बेचें नहीं। इसके बजाय, लंबी अवधि के लिए निवेश करने और गुणवत्ता वाले शेयरों का पोर्टफोलियो बनाने पर ध्यान केंद्रित करें।
  • अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं: अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में न रखें। इसके बजाय, विभिन्न क्षेत्रों और परिसंपत्ति वर्गों में अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं।
  • अपना शोध करें: किसी भी स्टॉक में निवेश करने से पहले, अपना शोध करें और कंपनी के बिजनेस मॉडल, वित्तीय और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य को समझें।
  • जोखिम सहन करने की योजना रखें: निवेश शुरू करने से पहले जोखिम सहन करने की योजना बनाना महत्वपूर्ण है। इससे आपको सोच-समझकर निवेश संबंधी निर्णय लेने में मदद मिलेगी और बाजार की अस्थिरता पर अतिप्रतिक्रिया करने से बचा जा सकेगा।

निवेशकों (Investors)

निवेशकों को निकट अवधि में सतर्क रहना चाहिए, लेकिन चुनिंदा क्षेत्रों और शेयरों में अवसरों पर भी नजर रखनी चाहिए। यहां ध्यान रखने योग्य कुछ बातें दी गई हैं:

  • वैश्विक आर्थिक विकास संबंधी चिंताएँ: वैश्विक अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनमें बढ़ती मुद्रास्फीति, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान और यूक्रेन में चल रहा युद्ध शामिल है। इन चुनौतियों से आर्थिक विकास धीमा हो सकता है और कॉर्पोरेट आय पर असर पड़ सकता है।
  • बढ़ती ब्याज दरें: दुनिया भर के केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति से निपटने के प्रयास में ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं। ऊंची ब्याज दरें व्यवसायों के लिए पैसा उधार लेना और निवेश करना अधिक महंगा बना देती हैं, जिससे आर्थिक विकास धीमा हो सकता है।
  • भूराजनीतिक तनाव: यूक्रेन में चल रहे युद्ध और अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव का भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ रहा है। इन भू-राजनीतिक तनावों के कारण आर्थिक प्रतिबंध लग सकते हैं, जिससे कॉर्पोरेट आय को नुकसान हो सकता है।

इन चुनौतियों के बावजूद, भारतीय शेयर बाजार में अभी भी कुछ अवसर मौजूद हैं। उदाहरण के लिए, निम्नलिखित क्षेत्र आने वाले महीनों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं:

  • फार्मास्यूटिकल्स: फार्मास्युटिकल क्षेत्र अपेक्षाकृत रक्षात्मक है और आर्थिक मंदी से प्रभावित होने की संभावना कम है।
  • उपभोक्ता स्टेपल: उपभोक्ता स्टेपल कंपनियां ऐसे उत्पाद बेचती हैं जो रोजमर्रा की जिंदगी के लिए आवश्यक हैं, जैसे भोजन और पेय पदार्थ। ये कंपनियाँ आर्थिक मंदी के दौरान अधिक लचीली होती हैं।
  • सूचना प्रौद्योगिकी: अर्थव्यवस्था के बढ़ते डिजिटलीकरण से सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र को लाभ हो रहा है।
  • वित्तीय: बढ़ती ब्याज दरों से वित्तीय क्षेत्र को फायदा हो रहा है।

निवेशकों को मजबूत बुनियादी सिद्धांतों और आकर्षक मूल्यांकन वाले शेयरों की भी तलाश करनी चाहिए। विचार करने योग्य कुछ कारकों में कंपनी का व्यवसाय मॉडल, वित्तीय और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य शामिल हैं।

कुल मिलाकर, निवेशकों को निकट अवधि में सतर्क रहना चाहिए, लेकिन चुनिंदा क्षेत्रों और शेयरों में अवसरों पर भी नजर रखनी चाहिए। अपना शोध करके और लंबी अवधि के लिए निवेश करके, निवेशक अपने जोखिम को कम कर सकते हैं और अपने रिटर्न को अधिकतम कर सकते हैं।

भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार, 28 सितंबर, 2023 को तेज बिकवाली देखी गई, जिसमें बेंचमार्क सेंसेक्स सूचकांक 600 अंक से अधिक और निफ्टी 50 सूचकांक लगभग 200 अंक गिर गया। बिकवाली का नेतृत्व आईटी और एफएमसीजी शेयरों ने किया, जो औसतन 2% से अधिक नीचे थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here