G20: जो बाइडेन भारत आने से पूर्व सरकार ने अमेरिकी बादाम, दालों और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर सस्ती करंगे

G20: जो बाइडेन भारत आने से पूर्व सरकार ने अमेरिकी बादाम, दालों और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर सस्ती करंगे (joe biden g20 visit india drops tariff hikes us almonds masur dal pulses other essential items): जो बिडेन वर्तमान में 7-9 सितंबर, 2023 तक दो दिवसीय यात्रा पर भारत में हैं। वह 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। वह 8 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी कर रहे हैं।

G20: जो बाइडेन भारत आने से पूर्व सरकार ने अमेरिकी बादाम, दालों और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर सस्ती करंगे

कौन सा चीजें हो सकती हैं सस्ती

भारत सरकार ने अमेरिकी बादाम, दालों और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर टैरिफ कम कर दिया है। टैरिफ में कटौती भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के एक बड़े प्रयास का हिस्सा है।

निम्नलिखित वस्तुओं के टैरिफ में कमी की गई है:

  • बादाम: बादाम पर टैरिफ 30% से घटाकर 20% कर दिया गया है।
  • दालें: दालों पर टैरिफ 35% से घटाकर 25% कर दिया गया है।
  • गेहूं: गेहूं पर टैरिफ 10% से घटाकर 5% कर दिया गया है।
  • सोयाबीन: सोयाबीन पर टैरिफ 35% से घटाकर 25% कर दिया गया है।
  • मकई: मकई पर टैरिफ 25% से घटाकर 15% कर दिया गया है।

उम्मीद है कि टैरिफ में कटौती से ये वस्तुएं भारतीय उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए अधिक किफायती हो जाएंगी। इससे भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है।

टैरिफ में कटौती की घोषणा 7 सितंबर, 2023 को भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा की गई थी। यह घोषणा नई दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के मौके पर भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के बीच एक बैठक के बाद आई।

टैरिफ में कमी को भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों के लिए एक सकारात्मक विकास के रूप में देखा जा रहा है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलने और नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। टैरिफ में कटौती को भारत और अमेरिका के बीच बेहतर होते रिश्तों के संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है.

यहां बिडेन-मोदी बैठक और अमेरिका-भारत व्यापार सौदों के बारे में कुछ नवीनतम समाचार हैं:

उम्मीद है कि दोनों नेता व्यापार, रक्षा, जलवायु परिवर्तन और अफगानिस्तान की स्थिति सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उनसे कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने की भी उम्मीद है, जिसमें भारत को जीई फाइटर जेट इंजन बेचने का सौदा भी शामिल है।

जी20 शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय बैठक के अलावा, बिडेन का ताज महल और अक्षरधाम मंदिर का दौरा करने का भी कार्यक्रम है।

  • उम्मीद है कि दोनों नेता भारत को जीई फाइटर जेट इंजन बेचने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। यह सौदा अनुमानित $2.6 बिलियन का है।
  • उनसे छोटे परमाणु रिएक्टरों के विकास पर सहयोग के लिए एक समझौते पर भी चर्चा करने की उम्मीद है।
  • उम्मीद है कि बिडेन भारत के स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए एक नई पहल की भी घोषणा करेंगे।
  • दोनों नेताओं के अफगानिस्तान की स्थिति और समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की आवश्यकता पर भी चर्चा करने की उम्मीद है।

बिडेन-मोदी मुलाकात को अमेरिका-भारत साझेदारी को मजबूत करने के एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देखा जा रहा है। भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में दोनों देशों का साझा हित है और वे जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भी मिलकर काम कर रहे हैं।

अमेरिका-भारत व्यापार सौदों को भी एक सकारात्मक विकास के रूप में देखा जा रहा है। वे दोनों देशों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और नौकरियां पैदा करने में मदद करेंगे। इन सौदों से अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में भी मदद मिलने की उम्मीद है।

  • भारत को GE फाइटर जेट इंजन बेचने का सौदा अमेरिकी रक्षा उद्योग के लिए एक बड़ा बढ़ावा है। इन इंजनों का उपयोग F-16 फाइटर जेट में किया जाता है, जो दुनिया के सबसे लोकप्रिय फाइटर जेट में से एक है। यह डील बढ़ती अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी का भी संकेत है।
  • छोटे परमाणु रिएक्टरों के विकास पर सहयोग का समझौता दोनों देशों के लिए फायदे का सौदा है। भारत अपनी परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता का विस्तार करना चाहता है, और अमेरिका के पास छोटे परमाणु रिएक्टर विकसित करने में विशेषज्ञता है। यह डील बढ़ती अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी का भी संकेत है।
  • भारत के स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए बिडेन की एक नई पहल की घोषणा एक स्वागत योग्य विकास है। भारत अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है और अमेरिकी निवेश से भारत को अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। यह समझौता जलवायु कार्रवाई के प्रति बढ़ती अमेरिका-भारत प्रतिबद्धता का भी संकेत है।
  • दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा भी अहम है. यह सुनिश्चित करने में अमेरिका और भारत का साझा हित है कि अफगानिस्तान आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह न बने। दोनों देश अफगान लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए भी मिलकर काम कर रहे हैं।

बिडेन-मोदी बैठक और अमेरिका-भारत व्यापार सौदे दोनों देशों के लिए एक सकारात्मक विकास है। ये सौदे आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, नौकरियां पैदा करने और अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में मदद करेंगे।

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